अनूप जलोटा : बरसों बाद भी कायम है लोकप्रियता

- प्रदीप सरदाना  

 वरिष्ठ पत्रकार एवं फिल्म समीक्षक  

अनूप जलोटा अपनी भजन गायकी के लिए तो पूरे विश्व में इतने मशहूर हैं कि उन्हें भजन सम्राट कहा जाता है। लेकिन संगीत के साथ फिल्म-टीवी की दुनिया में भी जलोटा बहुत काम कर चुके हैं। जिनमें फिल्मों में गायन और संगीत निर्देशन से लेकर अभिनय यहाँ तक फिल्म निर्माता के रूप में भी उनका सफर काफी दिलचस्प है। फिर सन 2018 में बिग बॉस-12’ के प्रतियोगी के रूप में तो वह इतने चर्चित हुए कि सभी उनको देख दंग रह गए। साथ ही पीछे  वह पाताल लोक सीरीज मेँ भी एक राजनीतिज्ञ की भूमिका मेँ आए।

सन 1953 मेँ नैनीताल में जन्मे अनूप जलोटा अब इस 29 जुलाई को, 69 बरस के रहे हैं। आश्चर्य यह है कि 69 बरस की उम्र में संगीत की दुनिया का उन्हें 61 बरस का अनुभव है। उधर इतनी उम्र मेँ भी उनका जोश, उत्साह और उमंग देखते ही बनती है।

जलोटा बताते हैं-‘’अपनी उम्र के 69 वें पड़ाव पर पहुँच में बहुत खुश हूँ। मज़े में हूँ, आनंद में हूँ। मुझे पिछले साल संगीत में 60 बरस हो गए हैं। मैं 7-8 बरस का था जब मैंने पहली बार स्टेज पर अपना कार्यक्रम दिया था। जबकि मेरा पहला म्यूजिक एल्बम 50 साल पहले एचएमवी ने निकाला था,‘ब्रह्मानन्द के भजन के नाम से।


अनूप जलोटा से पिछले 40 बरसों से मेरे भी मधुर संबंध रहे हैं। यहाँ तक उनकी और मेरी जन्म तिथि भी एक है। उनसे बात करके, मिलकर हमेशा बहुत अच्छा लगता है। इतनी लोकप्रियता पाने के बाद भी काफी सहज और सरल हैं। अनूप जलोटा ने तीन शादियाँ कीं जिनमें एक शादी में मैं भी शामिल हुआ था। उनके साथ उनके पिता पुरुषोत्तम दास जलोटा को भी मैंने मंच पर लाइव सुना है। अनूप जब मंच पर –ऐसी लागी लगन, मैं नहीं माखन खायो, जग में सुंदर हैं दो नाम, इतना तो करना स्वामी जैसे भजन या ला पिला दे साकिया और लागा चुनरी में दाग जैसे गीत गाते हैं तो समां बंध जाता है।

जहां तक फिल्मों की बात है तो वह 1980 के दशक से फिल्मों में गाने के साथ कुछ फिल्मों में संगीत भी दे चुके हैं। उनका फिल्म एक दूजे के लिए में लता मंगेशकर के साथ गाया गीत ’16 बरस कि बाली उम्र को सलाम तो सुपर हिट था। साथ ही वह मशाल,पत्तों की बाज़ी,जान हथेली पे और दादागिरी जैसी और भी कई फिल्मों में भी गीत गाते रहे हैं। फिल्म निर्माता के रूप में भी उनकी हम दीवाने प्यार के जैसी फिल्में चर्चित रहीं।

स्वयं को संगीत और फिल्म निर्माण तक ही सीमित न रखकर जलोटा ने सत्य साई फिल्म में सत्य साई बाबा की प्रमुख भूमिका की तो और एक कॉमेडी फिल्म हैप्पी सिंह में तो वह एक सिख गायक और उसके हमशक्ल बिहारी व्यक्ति की दोहरी भूमिका में थे।

सन 2012 मेँ पदमश्री से सम्मानित जलोटा कहते हैं –‘’जीवन में बदलाव के लिए मैं कुछ अलग करता रहता हूँ। लेकिन मेरा पहला प्यार, मेरा जुनून संगीत ही है।‘’

अपना 69 वां जन्म दिन वह कहाँ मना रहे हैं, यह पूछने पर वह हँसते हुए कहते हैं, आपके साथ। जहां आप मनाएंगे वहाँ मैं भी मना लूँगा।‘’ बाद मेँ उन्होंने बताया –‘’मैंने  इस बार मुंबई के ताज होटल मेँ अपने जन्म दिन का एक बड़ा समारोह रखा है। जिसमें हरिहरन, अल्का याज्ञनिक, सोनू निगम, सुनिधि चौहान सहित संगीत के मेरे बहुत से साथी भी शामिल हो रहे हैं।‘’ उनके जन्म दिन पर उन्हें ढेरों शुभकामनाएँ और बधाई।

(प्रसिद्ध समाचार पत्र ‘स्वदेश’ में 24 जुलाई 2022 को सभी संस्करणों में प्रकाशित मेरा लेख)   

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